Monday, November 2, 2020

💎जन्नत का बयान💎

💎जन्नत का बयान💎* _पोस्ट नम्बर-:: 1_
💎जन्नत एक मकान है जिसे अल्लाह ने ईमान वालों के लिए बनाया है उसमें ऐसी नेमतें रखी गई जिनको न किसी आंख ने देखा न कानों ने सुना ओर ना कोई नेमतों का गुमान कर सकता है ! यानी बे देखे वर्ना देख कर तो आप ही जानेंगे तो जिन्होंने दुनियावी हयात की हालत में मुशाहदा की वह इस हुक़्म से अलग है ! खास *हुज़ूर सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम* इसलिए जन्नत की कोई मिसाल दी ही नही जा सकती ! क्योंकि काबा शरीफ़ जन्नत से आला है ! ओर हुज़ूर ए करीम सल्लल्लाहु तआला की तुर्बत तो काबा शरीफ तो क्या बल्कि अर्श से भी अफ़ज़ल है ! मगर यह दुनिया की चीज़ें नही !

👤हां! जिन्होंने *अल्लाह* के करम से अपनी दुनियावी जिंदगी में जन्नत को देखा वाह जानते हैं कि जन्नत में क्या क्या चीज़ है और उसमें कितना आराम है !
*📚(बहारे शरीअत, सफा 40, हिस्सा 1)*



जन्नत का बयान💎* _पोस्ट नम्बर-:: 2_
🔮जन्नत की कोई औरत अगर ज़मीन की तरफ़ देख ले तो ज़मीन से आसमान तक रौशन हो जाये ! चाँद ओर सूरज की रौशनी मन्द पड़ जाए ! और पुरी दुनिया उसकी खुशबू से भर जाए ! एक रिवायत में यह भी है कि अगर हुर अपनी हथेली ज़मीन ओर आसमान के बीच निकाले तो सिर्फ हथेली की ख़ूबसूरती को देख कर लोग फ़ितने में पड़ जाएंगे ! अगर जन्नत की कोई जर्रा बराबर भी चीज़ दुनिया मे आ जाये तो ज़मीन आसमान में सजावट पैदा हो जाये !

📿जन्नती का कंगन सूरज चाँद ओर तारों को मांद करदे ! जन्नत की थोड़ी सी जगह जिस में कूड़ा रख सकें वह पुरी दुनिया से बेहतर है ! जन्नत की लंबाई चौड़ाई के बारे में किसी को कुछ पता नही ! अल्लाह और उसके रसूल अच्छा जानते हैं !
*📚(बहारे शरीअत, सफा 41, हिस्सा 1)*



जन्नत का बयान💎* _पोस्ट नम्बर-:: 3_
📝मुख्तसर यह है कि जन्नत में सौ दर्ज़े है ! एक दर्ज़े से दूसरे दर्जे की दूरी जमीन व आसमान जैसे है ! *तिर्मिज़ी शरीफ* की एक हदीस का मतलब यह है की जन्नत के दर्ज़े में सारा आलम समा जाए तो भी उसमे जगह बाकी रहेगी ! जन्नत में एक इतना बड़ा पेड़ है कि उसके साये में अगर कोई 100 साल तक भी घोड़े से चलता रहे फिर भी उसका साया ख़त्म नही होगा !

_📿जन्नत के दरवाजों की चौड़ाई इतनी होगी कि उड़के सिरे से दूसरे सिरे तक तेज़ घोड़े से 70 साल का रास्ता होगा ! फिर भी जन्नत में जाने वाले इतने ज़्यादा होंगे की मोढ़े से मोढ़े छीलते होंगे ! और भीड़ की वजह से दरवाज़ा चरचराने लगेगा ! जन्नत में साफ सुथरे ऐसे ऐसे महल होंगे की अंदर की चीज़ बाहर से और बाहर की चीज़ अंदर से दिखाई देगी !_
*📚(बहारे शरीअत, सफा 42, हिस्सा 1)*



जन्नत का बयान💎* _पोस्ट नम्बर-:: 4_
📿जन्नत की दीवारें सोने चाँदी ईंटों ओर मुश्क के गारे से बनी है ! ज़मीन ज़ाफ़रान की होगी ! कंकरियों की जगह मोती ओर याक़ूत होंगे ! एक रिवायत यह भी है कि जन्नत ए अदन की एक ईंट सफेद मोती की एक लाल याक़ूत की और एक हरे ज़बर्ज़द कि ओर मुश्क का गारा है ! घास की जगह ज़ाफ़रान और अम्बर की मिट्टी है ! जन्नत में एक मोती का खेमा होगा जिसकी ऊंचाई साठ मील होगी !

🔮जन्नत में पानी दूध शहद और शराब की चार दरियाऐं है ! उनसे नहरें निकल कर एक एक जन्नती के मकान में बह रही है ! जन्नत की नहरें ज़मीन खोद कर नही बहती बल्कि ज़मीन ऊपर जारी है ! नहरों का एक किनारा मोती का दूसरा याक़ूत का ओर नहरों की ज़मीन ख़ालिस मुश्क है !
*📚(बहारे शरीअत, सफा 42, हिस्सा 1)*




जन्नत का बयान💎* _पोस्ट नम्बर-:: 5_
📿जन्नत की शराब दुनिया की शराब की तरह नही जिसमें कड़वाहट बदबू और नशा होता और उसे पीकर लोग बेहोश हो जाते है ! और आपे से बाहर होकर गाली गलौज करते है ! जन्नत की शराब इन बातों से पाक है ! जन्नत के जन्नतियों को हर क़िस्म के मज़ेदार खाने मिलेंगे ! और जो चाहेंगे फ़ौरन सामने हाज़िर हो जाएगा ! जन्नती अगर किसी चिड़िया का गोश्त खाना चाहेगा तो उसी वक़्त भुना हुआ गोश्त हाज़िर हो जाएगा !

💧अगर कोई पानी पीना चाहेगा तो पानी का कुज़ा उसकी प्यास के मुताबिक़ उसके पास आ जायेगा ! जरूरत से ना एक बूंद ज़्यादा न एक बूंद कम होगी ! पीने के बाद वो आबखोरा खुद ही चला जाएगा ! जन्नत में नजासत, पखाना, पेशाब, थूंक, रेण्ठ, कान का मैल और बदन का मैल जैसे कोई गंदगी न होगी ! जन्नती को पेशाब पख़ाना नही होगा ! एक खुशबू दार डकार निकलेगी और सारा खाना हज़म हो जाएगा !
*📚(बहारे शरीअत, हिस्सा 1, सफा 42)*




जन्नत का बयान💎* _पोस्ट नम्बर-:: 6_
🔸हर आदमी की ख़ुराक 100 आदमियों की होगी और हर एक को 100 बीवियों के रखने की ताक़त दी जाएगी ! हर वक़्त ज़ुबान से तस्बीह व तक़बीर वगैरह बिना इरादे के बिना मेहनत के जैसे सांस चलती है उसी तरह आदमी की ज़बान से अल्लाह की तस्बीह ओर तक़बीर जारी रहेगी ! हर जन्नती के सिरहाने दस हज़ार ख़ादिम खड़े होंगे ! इन खादिमों के हाथ मे चांदी का प्याला ओर दूसरे हाथ मे सोने का प्याला होगा ! हर प्याले नई नई नेमतें होंगी !

💖जन्नती जितना खाता जाएगा, उन चीज़ों की लज्जत उतनी बढ़ती जाएगी ! हर लुकमे और निवाले में 70 मजे होंगे ! हर मज़ा अलग अलग होगा ! और जन्नती सबको एक साथ महसूस करेंगे ! न तो जन्नतियों के कपड़े मैले होंगे न उनकी जवानी ढलेगी !
*📚(बहारे शरीअत, हिस्सा 1, सफा 42)*



जन्नत का बयान💎* _पोस्ट नम्बर-:: 7_
💫जन्नत में जो पहला गिरोह जाएगा उसका चेहरा चौदहवीं की चाँद की तरह रोशन होगा ! दूसरा चेहरा ऐसा की निहायत रौशन सितारा ! जन्नतियों के दिल मे कोई भेद भाव न होगा ! सब आपस में एक दिल होंगे ! जन्नतियों को हूरों में से ख़ास 2 बीवियां ऐसी मिलेगी की जो 70-70 जोड़े पहने होंगी और उन जोड़ो ओर गोश्त के बाहर से उनके पिंडलियों का गुदा ऐसे दिखाई देगा जैसे सफ़ेद गिलास में सुर्ख शराब ! यह इस लिए की *अल्लाह* ने इन हूरों को याक़ूत की तरह कहा है ओर याक़ूत में अगर छेद कर धागा डाला जाए तो जरूर बाहर से दिखाई देगा !

💎आदमी अपने चेहरे को उनके रुख़सार में आईने से भी ज़्यादा साफ देखेगा ! उनके रुख़सार पर एक छोटा सा मोती होगा जिसकी चमक ऐसी होगी कि पुरब से पछिम रौशन हो जाये ! जन्नत का कपड़ा दुनिया मे पहना जाए तो उसे देखने वाला बेहोश हो जाये ! मर्द जब जन्नत की औरतों के पास जाएगा तब तब उनको कुँवारी पायेगा ! इसकी वजह से मर्द ओर औरत को कभो कोई तकलीफ नही होगी ! जन्नत की हूरों के थूक में इतनी मिठास होगी कि अगर कोई हुर समुंदर ने थूक दे तो समंदर तो क्या 7 समंदर का पानी शहद से ज़्यादा मीठा हो जाये !
*📚(बहारे शरीअत, हिस्सा 1, सफा 42)*



जन्नत का बयान💎* _पोस्ट नम्बर-:: 8_
🔅जब कोई आदमी जन्नत में जायेगा तो उसके सरहाने पैताने 2 हूरें बहुत अच्छी आवाज़ से गाना गायेंगी मगर गाना ढ़ोल बाजों के साथ नही होगा बल्कि वह अपने गानों में *अल्लाह की तारीफ़* करेंगी ! उनकी आवाज़ में ऐसी मिठास होगी कि किसी ने वैसी आवाज़ सुनी नही होगी !

🔅जन्नतियों के सर पलकों और भवों के अलावा कहीं बाल न होंगे ! सब बे बाल होंगे उनकी आंखें सुरमगि होंगी ! 30 बरस से ज़्यादा कोई मालूम न होगा ! मामूली जन्नती के लिए *80 हज़ार* ख़ादिम और *72 हज़ार* बीवियां होंगी ! जन्नत में न तो नींद आएगी न मौत ! क्योंकि जन्नत में मौत नही !
_सुभानल्लाह_
*📚(बहारे शरीअत, हिस्सा 1, सफा 42)*
*➡जारी*




जन्नत का बयान💎* _पोस्ट नम्बर-:: 9_
🔸हर जन्नती जब जन्नत में जायेगा तो उसके नेक कामों के मुताबिक़ मर्तबा मिलेगा और अल्लाह के करम की कोई थाह नहीं ! फिर जन्नतियों को एक हफ़्ते के बाद इजाज़त दी जाएगी की वो अपने परवरदिगार की ज़्यारत करें ! फिर अल्लाह का अर्श ज़ाहिर होगा और अल्लाह जन्नत के बागों में से एक बाग पर तजल्ली फरमाएगा ! जन्नतियों के लिए नूर के, मोती के, याक़ूत के, ज़बर्ज़द के, सोने के, चाँदी के मिम्बर होंगे ! और कम से कम दर्ज़े का जन्नती मुश्क और काफ़ूर के टीलों पर बैठें होंगे !

💫उनमे आपस मे अदना या आला कोई नही होगा ! खुदा का दीदार ऐसा साफ होगा जैसे सूरज ओर चाँद को हर कोई अपनी जगह से देखता है ! अल्लाह को तजल्ली हर एक पर होगी ! अल्लाह उन जन्नतियों में से किसीको उसके गुनाह याद दिलाकर फरमाएगा ! की ए फलां का लड़के फलां तुझे याद है कि जिस दिन तूने ऐसा किया था? बन्दा जवाब देगा की ए मेरे अल्लाह तूने मुझे बख्श नही दिया था ? अल्लाह फरमाएगा हाँ मेरी मगफिरत की वुसअत पर ही तू इस मर्तबे को पहुँचा है !!
_सुभानल्लाह_
*📚(बहारे शरीअत, हिस्सा 1, सफा 42)*




जन्नत का बयान💎* _पोस्ट नम्बर-:: 10_आखरी
🌟जन्नती बाज़ आपस मे एक दूसरे से मिलना चाहेंगे तो इसके दो तरीक़े होंगे ! एक यह कि एक का तख़्त दूसरे के पास चला जायेगा ! दूसरी सूरत यह होगी कि जन्नतियों को बहुत अच्छे किस्म की सवारी मिलेगी जैसे घोड़ा वगैरह की उन पर सवार हो कर जब चाहे ओर जहां चाहे चले जायेंगे ! सबसे कम दर्ज़े का जन्नती वह होगा कि उसके बाग, बीवियां, ख़ादिम ओर तख़्ते इतने ज्यादा होंगें की हज़ार बरस की सफर की दूरी तक यह तमाम चीज़ फेली होगी !

🌴उन जन्नतियों में अल्लाह के नज़दीक सबसे ईज्जत वाला वह है जो उसका दीदार हर सुबह और शाम करेगा ! दीदार ए इलाही से बढ़ कर कोई चीज़ नही !

*🕋अल्लाह से दुआ है कि~*
या अल्लाह हमको अपने महबूब सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम जो रउफ ओ रहीम हैं उनके वसीले से अपना दीदार नसीब फरमा !
_आमीन_
_सुभानल्लाह_
*📚(बहारे शरीअत, हिस्सा 1, सफा 43,44)

🅱️ बहारे शरीअत ( हिस्सा- 03 )🅱️

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