🅿🅰®T ----- 2⃣
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_*📝सवाल न . 1 - हमारे नबी के वालिद का विसाल कहाँ और किस कबीले में हुआ ?*_
_*✍जवाब - मदीने शरीफ में - कबीलए बनी अददी बिन नज्जार में ।*_
_*📝सवाल न . 2 - विसाल के वक़्त हमारे नबी के वालिद की क्या उम्र थी ?*_
_*✍जवाब - 25 साल ।*_
_*📝सवाल न . 3 - हजरत अबदुल्लाह कहाँ दफ्न हुए ?*_
_*✍जवाब - मुकामे अब्बा पर ।*_
_*📝सवाल न . 4 - हुजूरे अकरम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के परदादा का का असली नाम बताईसे और उन्हें हाशिम क्यूँ कहते थे ।*_
_*✍जवाब - " अम्र " यह बहुत बहादुर और बेहद सखी थे । एक साल अरब में सख्त कहत पड़ गया तो यह मुल्के शाम से रोटियों का चूरा खरीद कर मक्का पहुचे और रोटियों का चूरा करके ऊँट के गोश्त में सरीद ( शोरबे में मिला हुआ चूरा ) बनाकर तमाम हाजियों को पेट भर कर खिलाया । उस दिन से लोग आपको हाशिम ( रोटियों का चूरा करने वाला ) कहने लगे ।*_
_*📝सवाल न . 5 : - जिस वक़्त हमारे नबी ने बैत - ए - रिजवान ली उस वक़्त आप किस दरख्त के नीचे तशरीफ फरमा थे ?*_
_*✍जवाब : - बबूल के दरख्त के नीचे ।*_
_*📝सवाल न . 6 - हजरते आमिना जब हुजूर - ए - अकरम सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम को मदीना लेकर गई उस वक़्त हमारे नबी की क्या उम्र थी ।*_
_*✍जवाब - 6 साल ।*_
_*📝सवाल न . 7 - उस वक्त हजरते आमिना रदियल्लाह तआला अन्हा ने किस खानदान में कयाम फरमाया ?*_
_*✍जवाब - बनू नज्जार के खानदान में ।*_
_*📮 जारी रहेगा इन्शाअल्लाह.......
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मालूमात 2 (पोस्ट न. 02)*_
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_*📝सवाल न . 8 - हज़रते आमिना रदियल्लाहु तआला अन्हा ने मदीने शरीफ में कितने दिन कयाम फरमाया ?*_
_*✍जवाब : - एक महीने तक ।*_
_*📝सवाल न . 9 : - हजरते आमिना रदियल्लाहु तआला अन्हा का इन्तिकाल कहाँ और कितने साल की उम्र में हुआ ?*_
_*✍जवाब - मदीने शरीफ में - - तीस साल की उम्र में ।*_
_*📝सवाल न . 10 - " गमगीन न हो अल्लाह हमारे साथ है " यह अल्फाज़ हमारे नबी ने कहाँ और किससे इरशाद फरमाये ?*_
_*✍जवाब - गार - ए - हिरा में - - हजरते अबू बक्र रदियल्लाहु अन्हु से ।*_
_*📝सवाल न . 11 - जिस वक़्त आप बनी कुरैजा से जंग करने के लिए तशरीफ ले जा रहे थे उस वक़्त आप किस घोड़े पर सवार थे उसका नाम क्या था ?*_
_*✍जवाब - लुहैफ ।*_
_*📝सवाल न . 12 : - जिस वक़्त किब्ला बदलने का हुक्म आया उस वक़्त आप किस कबीले की मस्जिद में नमाज पढ़ रहे थे ?*_
_*✍जवाब - कबीला बनी सलम की मस्जिद में ।*_
_*📝सवाल न . 13 : - किल्ला बदलने का जब हुक्म आया उस वक़्त हुजूर सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम कौन सी नमाज पढ़ा रहे थे ।*_
_*✍जवाब : - जुहर की नमाज ।*_
_*📝सवाल न . 14 - जब हमारे नबी हजरते खदीजा का तिजारत का सामान मुल्के शाम को लेकर गए उस वक़्त हज़रते खदीजा ने किस - किस को भेजा ।*_
_*✍जवाब : - अपन गुलाम मैसिरा और अपने रिश्तेदार खजीमा को ।*_
_*📝सवाल न . 15 - यह सफर आपने कितने साल की उम्र में किया ?*_
_*✍जवाब : - 25 साल की उम्र में ।*_
_*📮 जारी रहेगा इन्शाअल्लाह......*_
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मालूमात 2 (पोस्ट न. 03)*_
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_*📝सवाल न . 16 : - इस सफर से वापसी पर आपने कौन सा काम अन्जाम दिया ?*_
_*✍जवाब - आपने हजरते खदीजा रदियल्लाहु अन्हा से शादी की । याद रहे शादी के वक़्त हमारे नबी की उम्र 25 साल और हजरते ख़दीजा की उम्र 40 साल थी ।*_
_*📝सवाल न . 17 – सन् आह हिजरी में हमारे नबी ने हजरते जैद बिन हारिसा को सिपहसालार बनाकर मुल्के शाम के लिए रवाना फरमाया था । उस लश्करे इसलाम की तादाद बताईये और कुफ्फार के लश्कर की भी तादाद बताईये ?*_
_*✍जवाब - तीन हजार मुसलमानों का लिश्कर था और एक लाख कुफ्फार के लश्कर की तादाद थी ।*_
_*📝सवाल न . 18 - हुजूरे अकरम सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम का सीना कितनी बार और कब चाक किया गया ?*_
_*✍जवाब : - चार बार चाक किया गया । 1-पहली बार जब आप का क्याम हज़रते हलीमा के यहाँ था आपका सीनए मुबारक चाक हुआ ताकि आप बचपन के बुरे ख्यालात व वसवसों से पाक रहें जिसमें पड़कर बच्चे शरारत करते हैं ।*_
_*2-दूसरी बार इसलिए किया गया कि आप जवानी की पुरआशोब शहवतों के खत्तरात से बेखौफ हो जायें ।*_
_*3-तीसरी बार इसलिए किया गया कि आप अल्लाह की वहीं के बोझ को उठा सकें ।*_
_*4-चौथी बार इसलिए किया गया कि आप के सीने में इतनी दबुसअत व फराखी पैदा हो पाए कि दीदारे इलाही की अजमतों और अल्लाह के कलाम की हैबतों और अजमतों के मुतहम्मिल हो जायें ।*_
_*📝सवाल न . 19 : - हमारे नबी के वालिदे माजिद जनाब अब्दुल्लाह को अल्लाह तआला की राह में कुर्बान करने के बदले जब ऊँटों की तादाद के लिए कुर्आं अन्दाजी की गई तो कितने ऊँटों पर कुर्आं निकला था ?*_
_*✍जवाब : - सौ ऊँटों पर ।*_
_*📮 जारी रहेगा इन्शाअल्लाह.....*_
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मालूमात 2 (पोस्ट न. 04)*_
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_*📝सवाल न . 20 : - जब गारे हिरा में हमारे नबी के पास जिबरील अलैहिस्सलाम आए कौन सा दिन और क्या तारीख थी ।*_
_*✍जवाब - 12 रबीउल अव्वल पीर का दिन ।*_
_*📝सवाल न . 21 - दारुल नदवा में जब काफिर हुजूर - ए - अकरम के खिलाफ मिटिंग कर रहे थे तो आपको कत्ल करने का मश्वरा किसने दिया और उसकी पुरजोर ताईद करने वाला कौन था ?*_
_*✍जवाब - अबू जहल ने मश्वरा दिया और ताईद करने वाला शैख नजदी ( शैतान ) था ।*_
_*📝सवाल न . 22 – हिजरत के बाद जब आप मदीनए शरीफ आए तो अल्लाह के हुक्म से कितने महीने तक बैतुलमुकद्दस की तरफ नमाज पढी ?*_
_*✍जवाब - सोलह या सतह महीने तक ।*_
_*📝सवाल न . 23 - हमारे नबी के दादा अब्दुल मुत्तलिब को शैबा क्यूँ कहा जाता है ?*_
_*✍जवाब : - उनके सर पर कुछ पैदाइशी सफेद बाल थे इसलिए उन्हें शैबा कहा जाता है । ( शैबा बूढे को कहते हैं )*_
_*📝सवाल न . 24 - सकीफ कबीले का सबसे पहला शख्स जो इसलाम की तालीम हासिल करने के लिए हमारे नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की खिदमत में आया था उसका नाम क्या था ?*_
_*✍जवाब - दरवाह बिन मसऊद सकफी था जो अपनी कौम का सरदार था ।*_
_*📝सवाल न . 25 - हिजरत के बाद हमारे नबी ने सहाबा को एक दूसरे का भाई बनाया था । चारों खुलफा को किस किस का भाई बनाया था ?*_
_*✍जवाब - हजरते अबूबक्र को खारिजा बिन जैद का ।*_
_*हजरते उमर को उतबान बिन मालिक का ।*_
_*हजरते उसमान को औस बिन मालिका का ।*_
_*हजरते अली को मुहम्हदुर्रसूलुल्लाह का ।*_
_*📮जारी रहेगा इन्शाअल्लाह.....*_
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मालूमात 2 (पोस्ट न. 05)*_
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_*📝सवाल न . 26 : - हज़रते अमीर हमजा रदियल्लाहु अन्हु हमारे नबी के चचा थे , सहाबी और रजाई भाई भी थे चौथा रिश्ता बताईये ।*_
_*✍जवाब : - खालाजाद भाई भी थे ।*_
_*📝सवाल न . 27 - हमारे नबी ने अपनी सख्त बीमारी की हालत में , किसे नमाज पढ़ाने का हुक्म दिया था ?*_
_*✍जवाब : - हजरते अबूबक्रसिद्दीक रदियल्लाहु तआला अन्हु को ।*_
_*📝सवाल न . 28 - हुजूर - ए - अकरम ने आमुलहुज्न ( गम का साल नाम किस सन नबवी का रखा और क्यू ?*_
_*✍जवाब - सन् दस नबी का - क्यूंकि इस साल में आपके दो जानिसारी अबू तालिब और हजरते एखदीजा का इन्तेकाल हुआ ।*_
_*📝सवाल न . 29 - जंगे उहद ' के मौके पर हुजूर - ए - अकरम ने ये अलफाज किससे फरमाए " तीर बरसाते जाओ तुम पर मर माँ बाप कुरबान " ?*_
_*✍जवाब : - हजरते साद बिन अबी वक्कास रदियल्लाहु अन्हु से ।*_
_*📝सवाल न . 30 - इस जंग से पहले कुफ्फार के लश्कर की खबर लाने के लिए किस किस को भेजा गया ?*_
_*✍जवाब : - हजरते अदी बिन फुजाला के दोनों साहबजादे हजरते अनस और हजरते मोनिस को ।*_
_*📝सवाल न . 31 - इन दोनों ने आकर क्या खबर दी ?*_
_*✍जवाब - इन्होंने खबर दी कि अबू सुफयान का लश्कर मदीने के बहुत करीब आ गया है ।*_
_*📝सवाल न . 32 - अबू तालिब के इन्तेकाल के वक़्त रसूल - ए अकरम सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम की क्या उम्र थी ?*_
_*✍जवाब : - 49 साल 8 महीने 11 दिन ( तकरीबन पचास साल )*_
_*📝सवाल न . 33 - रसूल - ए - अकरम सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने सिरके को किसके यहाँ बेहतरीन सालन फरमाया ?*_
_*✍जवाब - उम्मेहानी के यहाँ ।*_
_*📮जारी रहेगा इन्शाअल्लाह.....*_
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मालूमात 2 (पोस्ट न. 06)*_
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_*📝सवाल न . 34 : - जब रसुले - ए - अकरम सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने सहाबा के दरमियान भाई होने का रिश्ता काइम फरमाया . उस वक़्त कितने सहाबा मौजूद थे ?*_
_*✍जवाब - कुल नव्वे लोग थे ।*_
_*📝सवाल न . 35 : - हुजूर - " - अकरम सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने किस मुआहिदे के बारे में कहा था कि अगर इस मुआहिदे के बदले मुझे सुर्ख ऊंट दिए जाते तो भी न लेता और आज भी ऐसे मुआहिदे के लिए कोई मुझे बुलाए तो में हाजिर हूँ ।*_
_*✍जवाब - जंगे कुज्जार के बाद होने वाले मुआहिद हिल्फुल फुजूल के बारे में ।*_
_*📝सवाल न . 36 - हजरत अबू बक्र सिंद्दीक हुजूर - ए - अकरम के सुसर और सहाबी थे , इनके अलावा , हुजूर से आपका क्या रिश्ता था ?*_
_*✍जवाब- साढू का रिश्ता ।*_
_*📝सवाल न . 37 : - हुजूर - ए - अकरम सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने अपना आखिरी हज किस सन् हिजरी में अदा फरमाया और आप जिस ऊँटनी पर सवार थे उसका क्या नाम था ?*_
_*✍जवाब - सन् दस हिजरी में फरमाया - - - ऊँटनी का नाम कस्वा या अस्वा था ।*_
_*📝सवाल न . 38 - रसूल - ए - अकरम सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने अपनी बीमारी की हालत में अपनी कौन सी बेटी को याद फरमाया और उनके कान में धीरे से क्या कहा कि एक बार आप हंसने लगी और एक बार आप रोने लगी ?*_
_*✍जवाब - अपनी प्यारी बेटी हजरते फातिमा रदियल्लाहु तआला अन्हा को याद फरमाया । एक बार कान में उनसे धीरे से कहा कि बेटी अब मेरी रूखसती का वक़्त आ गया है और दूसरी बार कहा कि मुझसे सबसे पहले तुम आकर मिलोगी ।*_
_*📮जारी रहेगा इन्शाअल्लाह.....*_
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मालूमात 2 (पोस्ट न. 07)*_
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_*📝सवाल न . 39 : - दरियाए नील के लिए हजरते उमर ने जो खत लिखा था उस खत को दरिया में डालने के बाद दरियाए नील पहले से कितने गज ऊपर चढ़कर बहने लगा था ?*_
_*✍जवाब - 16 गज ।*_
_*📍नोट - जब हजरते उमर के जमाने में मिस्र फतेह हुआ और अम्र बिन आस ने इसलामी परचम मिस्र में लहराया - उस जमाने में दरियाए नील हर साल खुश्क हो जाता था और वहाँ के लोग एक कुवारी लड़की को दुल्हन बनाकर उस दरिया में भेंट चढ़ा दिया करते थे और दरिया पहले की तरह बहने लगता था लेकिन अम्र बिन आस ने जब इस रस्म को सुना तब लोगों को रोका और फरमाया कि यह गैर इसलामी है । लोगों ने कहा कि फिर यह खुश्क दरिया किस तरह बहे । तब हजरते अम्र बिन आस ने अमीरूल मोमिनीन हजरते उमर के पास खत लिखा कि ऐसी सूरत में मुझे क्या करना चाहिए । हज़रते उमर ने सख्ती के साथ इस गैर इसलामी रस्म को रोकने के लिए लिखा और साथ ही साथ एक रूक्का लिखा और खत में लिख दिया कि इस रूक्के को दरियाए नील में डाल देना जैसे ही वह खत दरियार में डाला तो दरियाए नील पहले से सोलह गज़ ऊपर बहने लगा । इस वाकिए से हमें यह पता चलता है कि गैर इसलामी रस्म को अदा करने से कितना ही बड़ा फायदा क्यूँ न हो हमे उस पर अमल नहीं करना चाहिए । आज के दौर के लोगों को इससे सबक लेना चाहिए ।*_
_*📝सवाल न . 40 - हुजूर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने सोने की अगूंठी किसके लिए जाइज फरमाई ?*_
_*✍जवाब : - बर्रा बिन आजिब रदियल्लाहु तआला अन्हु के लिए ।*_
_*📝सवाल न , 41 : - जंगे उहद के मौके पर रसूल - ए - अकरम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के चेहर से जो खून निकला था वह किस सहाबी ने चूस - चूस कर पि लिया था ?*_
_*✍जवाब - हजरते मालिक बिन सिनान ने - - - रसूल - ए - अकरम ने फरमाया कि जिसने मेरा खून पी लिया जहन्नम की क्या मजाल जो उसे छू सके ।*_
_*📮जारी रहेगा इन्शाअल्लाह.....*_
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मालूमात 2 (पोस्ट न. 08)*_
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_*📝सवाल न . 42 - हजरते कतादा बिन नौमान रदियल्लाहु तआला अन्हु जंगे उहद में हुजूर - ए - अकरम के चेहरे को बचाने के लिए अपना चेहरा दुश्मनों के सामने किए हुए थे । दुश्मन का एक तीर उनकी आँख में लगने से उनकी आँख बहकर रूखसार में आ गई फिर हुजूर ने क्या किया ?*_
_*✍जवाब - हुजूर - ए - अकरम ने उनकी आँख को उनके हल्के में रख दिया और दुआ फरमाई कि या अल्लाह कतादा की आँख को बचा ले जिसने तेरे रसूल के चेहरे को बचाया । मशहूर है कि उनकी वह आँख दूसरी आँख से ज्यादा रौशन हो गई ।*_
_*📝सवाल न . 43 - शबे मेराज के सफर पर हजरते जिब्रील ने किन किन चीजों से भरे हुए कितने प्याले पेश किए और रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम ने किस चीज से भरे प्याले को कबूल फरमाया ?*_
_*✍जवाब - दो प्याले - - एक शराब और दूसरा दूध से भरा हुआ था । रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम ने दूध से भरा प्याला कबूल फरमाया ।*_
_*📝सवाल न . 44 - वलीउलअर्द ( जिसको जमीन निगल गई ) किसका लकब है और क्यूँ ?*_
_*✍जवाब - हजरते खबैब रदियल्लाह तआला अन्ह का - - कुफ्फारे मक्का ने आपको कत्ल करके सूली पर चढ़ा दिया था । हुजूर - ए अकरम को वही के जरिए इत्तेला हई तो आपने फरमाया कि जो शख्स खुबैब की लाश उतार लाएगा उसके लिए जन्नत है । यह सुनकर हजरते जुबैर बिन अवाम और हजरते मिकदाद बिन असवद रदीयल्लाह अन्हुमा छुपके वहां पहुंचे.। चालीस कफ्फार सली के पहरेदार बनकर सो रहे थे । उन्हों ने लाश को उतारा और घोड़े पर रख कर चल दिया ।*_
_*✨चालीस दिन के बाद भी लाश तरोताजा थी और जख्मो से ताजा खून टपक रहा था । सुबह को सत्तर कुफ्फारे कुरैश तेज रफ्तार घोडों पर पीछा करने के लिए चल पड़े और उन दोनों हजरात के पास पहुँच गए । उन हजरात ने जब देखा कि कुफ्फार करीब आ गए हैं और वह गिरफ्तार कर लिए जायेंगे तब उन्होंने हजरते खुबैब रदियल्लाहु अन्हु की लाश मुबारक को जमीन पर रख दिया । खुदा की शान कि जमीन फट गई और लाश मुबारक को निगल गई और जमीन फटने का निशान भी बाकी न रहा । इसलिए हजरते खुबैब को वलीउलअर्द कहते है ।*_
_*📮जारी रहेगा इन्शाअल्लाह.....*_
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मालूमात 2 (पोस्ट न. 09)*_
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_*📝सवाल न . 45 : - उमैर बिन वहब के इसलाम लाने का सबब क्या था ?*_
_*✍🏻जवाब - सफवान और उमैर मक्के से दूर सूनसान वादी में जाकर हुजूर - ए - अकरम के खिलाफ बातें कर रहे थे और कह रहे कि अगर मुझ पर कर्ज न होता जिसे में अदा नहीं कर सकता और मुझे अपने घर वालों के बेबस रहने का ख्याल न होता तो मैं मुहम्मद को कत्ल करके ही आता । सफवान ने उमैर से कहा कि मैं तुम्हारे कर्ज को अपने जिम्मे लेता हूँ और ज़िन्दगी भर कुन्बे का खर्च देने का वायदा करता हूँ । उमर ने कहा कि बेहतर है कि यह भेद किसी पर न खुले । उमैर मदीना पहुँचा । ऊँट के बिठाते वक़्त ऊँट बोल पड़ा । हजरते उमर ने हुजूर से अर्ज की कि उमैर मुसल्लह ( हथियारों के साथ ) चला आ रहा है नबीए करीम ने फरमाया उसे मेरे पास आने दो । हजरते उमर रदियल्लाहु अन्हु ने उसकी तलवार पर कब्जा कर लिया और उसकी गर्दन पकड़ कर हुजूर के पास ले गए । नबीए करीम सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम ने फरमाया इसे छोड़ दो फिर रसूल - ए - अकरम सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम ने दरयाफ्त फरमाया उमैर किस तरह आए हो । उमैर ने कहा अपने बेटे की खबर लेने आया हूँ । रसूल - ए - अकरम सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम ने पूछा यह तलवार कैसी है तो उमैर ने जवाब दिया कि यह क्या तलवार है हमारी तलवारों ने पहले भी आपका क्या बिगाड़ा है । हुजूर ने फरमाया सच सच बताओ । उमैर ने फिर वही बात दोहराई तो हुजूर - ए - अकरम सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम ने वह पूरा वाकिया दोहरा दिया जो सफ़वान के साथ बातें हुई थीं । यह सुनकर हजरते उमैर रदियल्लाहु तआला अन्हु ईमान ले आए ।*_
_*📝सवाल न . 46 : - मसैलिमा कज्जाव को किसने कत्ल किया था । उसको कत्ल करने के लिए जो लश्कर गया था उसका सिपहसालार कौन था ?*_
_*✍🏻जवाब - हजरते वहशी रदियल्लाहु तआला अन्हु - - - सिपहसालार हजरते खालिद बिन वलीद रदियल्लाहु तआला अन्हु थे ।*_
_*📝सवाल न . 47 : - मुसैलिमा कज्जाब की उम्र कितनी हुई ?*_
_*✍🏻जवाब - 150 साल ।*_
_*📝सवाल न . 48 - उस शख्स का नाम बताईये जो यमन से मक्का आया और कहा कि हुजूर पर जिन्नात का असर है मैं इसका इलाज करूँगा मगर हुजूर ने उसके कुफ्र का इलाज कर दिया ?*_
_*जवाब : - हजरते जिम्माद इजदी रदियल्लाहु तआला अन्हु ।*_
_*📮जारी रहेगा इन्शाअल्लाह.....*_
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_*📝सवाल न . 45 : - उमैर बिन वहब के इसलाम लाने का सबब क्या था ?*_
_*✍🏻जवाब - सफवान और उमैर मक्के से दूर सूनसान वादी में जाकर हुजूर - ए - अकरम के खिलाफ बातें कर रहे थे और कह रहे कि अगर मुझ पर कर्ज न होता जिसे में अदा नहीं कर सकता और मुझे अपने घर वालों के बेबस रहने का ख्याल न होता तो मैं मुहम्मद को कत्ल करके ही आता । सफवान ने उमैर से कहा कि मैं तुम्हारे कर्ज को अपने जिम्मे लेता हूँ और ज़िन्दगी भर कुन्बे का खर्च देने का वायदा करता हूँ । उमर ने कहा कि बेहतर है कि यह भेद किसी पर न खुले । उमैर मदीना पहुँचा । ऊँट के बिठाते वक़्त ऊँट बोल पड़ा । हजरते उमर ने हुजूर से अर्ज की कि उमैर मुसल्लह ( हथियारों के साथ ) चला आ रहा है नबीए करीम ने फरमाया उसे मेरे पास आने दो । हजरते उमर रदियल्लाहु अन्हु ने उसकी तलवार पर कब्जा कर लिया और उसकी गर्दन पकड़ कर हुजूर के पास ले गए । नबीए करीम सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम ने फरमाया इसे छोड़ दो फिर रसूल - ए - अकरम सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम ने दरयाफ्त फरमाया उमैर किस तरह आए हो । उमैर ने कहा अपने बेटे की खबर लेने आया हूँ । रसूल - ए - अकरम सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम ने पूछा यह तलवार कैसी है तो उमैर ने जवाब दिया कि यह क्या तलवार है हमारी तलवारों ने पहले भी आपका क्या बिगाड़ा है । हुजूर ने फरमाया सच सच बताओ । उमैर ने फिर वही बात दोहराई तो हुजूर - ए - अकरम सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम ने वह पूरा वाकिया दोहरा दिया जो सफ़वान के साथ बातें हुई थीं । यह सुनकर हजरते उमैर रदियल्लाहु तआला अन्हु ईमान ले आए ।*_
_*📝सवाल न . 46 : - मसैलिमा कज्जाव को किसने कत्ल किया था । उसको कत्ल करने के लिए जो लश्कर गया था उसका सिपहसालार कौन था ?*_
_*✍🏻जवाब - हजरते वहशी रदियल्लाहु तआला अन्हु - - - सिपहसालार हजरते खालिद बिन वलीद रदियल्लाहु तआला अन्हु थे ।*_
_*📝सवाल न . 47 : - मुसैलिमा कज्जाब की उम्र कितनी हुई ?*_
_*✍🏻जवाब - 150 साल ।*_
_*📝सवाल न . 48 - उस शख्स का नाम बताईये जो यमन से मक्का आया और कहा कि हुजूर पर जिन्नात का असर है मैं इसका इलाज करूँगा मगर हुजूर ने उसके कुफ्र का इलाज कर दिया ?*_
_*जवाब : - हजरते जिम्माद इजदी रदियल्लाहु तआला अन्हु ।*_
_*📮जारी रहेगा इन्शाअल्लाह.....*_
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मालूमात 2 (पोस्ट न. 10)*_
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_*📝सवाल न . 49 : - जंगे खैबर के मौके पर नबीए करीम सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने किसकी शहादत पर फरमाया " इसने बहुत कम अमल किया और बहुत ज्यादा अज्रे दिया गया "?*_
_*✍जवाब - हजरते असवद राई रदियल्लाहु तआला अन्हु ।*_
_*📝सवाल न , 50 : - एक बार हजरते जिब्रिल अलैहिस्सलाम हुजूर की बारगाह में हाजिर हुए । ऐसे में रसूल की बीवी खाना लेकर आई तब जिब्रील अलैहिस्सलाम ने अर्ज किया आका जब यह आपके पास आ जायें तो उससे मेरा और मेरे परवरदिगार का सलाम कह दें और उनको यह खुशखबरी दें कि जन्नत में उनके लिए मोतियों का घर बनाया गया है । वह हुजूर की कौन सी बीवी थीं ?*_
_*✍जवाब : - हजरते खदीजा रदियल्लाहु तआला अन्हा ।*_
_*📝सवाल न . 51 : - जंगे उहद के मौके पर काफिरों के लश्कर की तरफ से कौन पहले निकला और क्यू ?*_
_*✍जवाब : - “ अबू आमिर औसी " यह मदीने का रहने वाला था । उसकी पारसाई ( पवित्रता ) की बिना पर लोग उसे राहिब कहते थे मगर हुजूर ने उसका लकब फासिक रखा था । यह समझा कि मेरी कौम मुझे देखकर मुहम्मद का साथ छोड़ देगी ।*_
_*📝सवाल न . 52 : - फतह मक्का के दिन जो चार लोग मक्के से भाग गए थे उनके नाम बताईये ?*_
_*✍जवाब - 1 - इकरिमा बिन अबू जहल*_
_*2 - सफवान बिन उमय्या*_
_*3 - काअब बिन जहीर*_
_*4 - वहशी ।*_
_*📝सवाल न . 53 : - ऐसे सहाबी का नाम बताईये जो हुज़ूर के हमशक्ल थे ?*_
_*✍जवाब - हजरत मुसअब बिन उमैर रदियल्लाहु तआला अन्हु ।*_
_*📝सवाल न . 54 : - हुजूर के ऐसे चचा का नाम बताईये जिन्होंने मुसलमान न होते हुए भी हुजूर की मदद की ?*_
_*✍जवाब : - अबू तालिबा ।*_
_*📝सवाल न . 55 : - मेराज की रात मस्जिदे अक्सा में मुअज्जिन के फराइज किसने अंजाम दिए ?*_
_*✍जवाब : - हजरते जिब्रील अलैहिस्सलाम ने ।*_
_*📝सवाल न . 56 : - फतह मक्का के दिन हुजूर किस किस को अपने साथ लेकर काबे में दाखिल हुए ?*_
_*✍जवाब : - 1 - हज़रते उसामा बिन जैद*_
_*2 - हजरते बिलाल*_
_*3 - हजरते उसमान बिन तलहा अजबी रदियल्लाहु तआला अन्हुम को ।*_
_*📮जारी रहेगा इन्शाअल्लाह.....*_
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मालूमात 2 (पोस्ट न. 11)*_
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_*📝सवाल न . 57 : - हजरते अबू बक्र सिद्दीक रदियल्लाहु तआला अन्हु का इसलाम लाने से पहले और इसलाम लाने के बाद क्या नाम था ?*
_*✍जवाब - इसलाम लाने से पहले " अब्दुल उज्जा " और इसलाम लाने के बाद नबीए करीम अलैहिस्सलाम ने अब्दुल्लाह नाम रखा ।*_
_*📝सवाल न . 58 : - उन सहाबी का नाम बताईये जिन्होंने रसूल - ए अकरम से किसास ( बदला ) तलब किया ?*_
_*✍जवाब - हजरते सिवाद रदियल्लाहु तआला अन्हु ।*_
_*📝सवाल न . 59 - खानए काबा की बुनियाद सबसे पहले किस शख्स ने रखी थी ?*_
_*✍जवाब - दुनिया के सबसे पहले इन्सान हजरते आदम अलैहिस्सलाम ने ।*_
_*📝सवाल न . 60 : - सद्कए फित्र अदा करने का हुक्म किस सन् हिजरी में जारी हुआ ?*_
_*✍जवाब - सन् दो हिजरी में ।*_
_*📝सवाल न . 61 - सबसे अफजल पैगम्बर का नाम बताईये ?*_
_*✍जवाब - हजरत मुहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ।*_
_*📝सवाल न . 62 - जो शख्स जन्नत में जाएगा उसकी लम्बाई कितनी होगी ?*_
_*✍जवाब - उसकी लम्बाई साठ गज होगी ।*_
_*📝सवाल न . 63 : - इसलाम का पुराना नाम बताईये ?*_
_*✍जवाब - इसलाम का पुराना नाम दीन -ए- हनीफ है ।*_
_*📝सवाल न . 64 : - रोजे कब फर्ज हुए ?*_
_*✍जवाब - दस शाबान सन् दो हिजरी में ।*_
_*📝सवाल न . 65 : - हजरते दाऊद अलैहिस्सलाम के उन साहबजादे का नाम बताईये जो हमारे नबी हुए ?*_
_*✍जवाब : - हज़रत सुलेमान अलैहिस्सलाम ।*_
_*📝सवाल न . 66 : - गुस्ल के फराइज कितने हैं और क्या - क्या हैं ?*_
_*✍जवाब - गुस्ल के फराइज तीन हैं ।*_
_*1 - कुल्ली करना*_
_*2 - नाक में पानी डालना*_
_*3 - सारे बदन पर पानी बहाना ।*_
_*📝सवाल न . 67 : - वुजू के कितने फराइज है और क्या - क्या हैं ?*_
_*✍जवाब - ' चार 1 चेहरे का धोना*_
_*2 . कोहनियों समेत दोनों हाथों का धोना*_
_*3 . चौथाई सर का मसा करना*_
_*4 : टखनों समेत पैर धोना ।*_
_*📮जारी रहेगा इन्शाअल्लाह.....*_
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मालूमात 2 (पोस्ट न. 12)*_
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_*📝सवाल न . 68 : - चार मशहूर फरिशतों के नाम बताईये ?*_
_*✍जवाब - 1: हजरते जिब्रील*_
_*2: हजरते मीकाईल*_
_*3 : हजरते इजराईल*_
_*4 : हज़रते इस्राफील अलैहिमुस्सलाम ।*_
_*📝सवाल न . 69 - हजरते ईसा अलैहिस्सलाम की वालिदा का नाम बताईये ?*_
_*✍जवाब : - हजरते मरयम रदियल्लाहु तआला अन्हा ।*_
_📝सवाल न . 70 - चार मशहूर आसमानी किताबों के नाम बताईये ?*_
_*✍जवाब - 1: इंजील*_
_*2: जुबूर*_
_*3: तौरात*_
_*4: कुरआन मजीद ।*_
_*📝सवाल न . 71 - तयम्मुम की आयत किस सन् हिजरी में नाजिल हुई ?*_
_*✍जवाब - सन् पाँच हिजरी में ।*_
_*📝सवाल न , 72 - इसलाम के अरकान कितने है और क्या क्या है ?*_
_*जवाब : - इसलाम के अरकान पाँच है ।*_
_*1: तौहीद*_
_*2: नमाज*_
_*3: रोजा*_
_*4: जकात*_
_*5: हज ।*_
_*📝सवाल न . 73 : - इसलामी महीनों के नाम बताईये ?*_
_*✍जवाब - 1 : मुहर्रम*_
_*2: सफर*_
_*3: रबी -उल- अव्वल*_
_*4: रबी उस्सानी*_
_*5: जमादी - उल - अव्वल*_
_*6: जमादी उस्सानी*_
_*7: रजब*_
_*8: शाबान*_
_*9: रमजान*_
_*10: शव्वाल*_
_*11: जीलकादा*_
_*12: जिलहिज्जा ।*_
_*📝सवाल न . 74 - बदन की जकात किसे कहते हैं ।*_
_*✍जवाब - रोजा रखने को ।*_
_*📝सवाल न . 75 - ऐसे शख्स का नाम बताईये जिसका पहले खानदान न था ?*_
_*✍जवाब : - हजरते आदम अलैहिस्सलाम ।*_
_*📝सवाल न . 76 - कब्र में जो फरिश्ते सवाल करते हैं उनके नाम बताईये ?*_
_*✍जवाब - 1: मुन्कर*_
_*2:नकीर ।*_
_*📝सवाल न . 77 - चार बड़े इमामों के नाम बताईये ?*_
_*✍जवाब - 1: हजरत इमामे आजम*_
_*2: हज़रत इमाम शाफई*_
_*3: हजरत इमाम मालिक*_
_*4: हजरते इमाम अहमद बिन हंबल रदियल्लाह अन्हुम ।*_
_*📝सवाल न . 78 - नज्जार की लड़ाई किस किस खानदान के दरभियान हुई ?*_
_*✍जवाब - कुरैश और कैस खानदान के दरमियान ।*_
_*📝सवाल न . 79 - जंगे खैबर किस सन हिजरी और किस महीने में हुई ?*
_*✍जवाब - मुहर्रम के महीने में छटी या सातवीं हिजरी ।*_
_*📮जारी रहेगा इन्शाअल्लाह.....*_
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मालूमात 2 (पोस्ट न. 13)*_
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_*📝सवाल न . 80 - तौरात और इन्जील कौन सी जवानों में उतरी ?*_
_*✍जवाब - तौरात सुरयानी और इन्जील इबरानी जबानों में ।*_
_*📝सवाल न . 81 - किस तरह सजदा करने से नमाज दोबारा पढ़ने का हुक्म है ?*_
_*✍जवाब - सजदा करने में अगर पावों की तीन उंगलियों का पेट जमीन से नहीं लगा या नाक हड्डी तक न दबी तो इन सूरतों में नमाज का दोबारा पढ़ने का हुक्म है ।*_
_*📝सवाल न . 82 - कब जोहर व मगरिब की नमाज़ पढ़ने के बाद नफ्ल पढ़ना मकरूह है ?*_
_*✍जवाब - अरफात में जबकि जोहर व अस्रऔर मुज्दलफा में मगरिब व इशा की नमाज मिलाकर पढ़ते हैं । इस सूरत में उन नमाजों के बाद नफ्ल व सुन्नत पढ़ना मकरूह है ।*_
_*📝सवाल न . 83 : - ईद की नमाज में कितनी जाएद तकबीरें होती है ?*_
_*✍जवाब - छ : तकबीरें ।*_
_*📝सवाल न . 84 : - वह कौन सी नमाज है जिसका जाहिर करना गुनाह है?*_
_*✍जवाब - कजा नमाज का ।*_
_*📝सवाल न . 85 - वह कौन सा वाजिब है जिसके छूटने पर सजदए सहव नहीं ।*_
_*✍जवाब - कुरआन मजीद की सूरतों में तरतीब वाजिब है मगर उसके छूटने पर सजदए सहव नहीं । इसलिए कि वह वाजिबाते तिलावत से है वाजिबाते नमाज से नहीं ।*_
_*📝सवाल न . 86 फर्ज नमाज में अल्हम्दु शरीफ पढ़ना किन लोगों को मना है ?*_
_*✍जवाब - मुकतदी को ।*_
_*📝सवाल न . 87 - किस तरह तकवीरे तहरीमा कहने से नमाज नहीं होती ?*_
_*✍जवाब - मुकतदी ने अगर लफ्जे अल्लाह इमाम के साथ कहा और अकबर को इमाम से पहले खत्म कर दिया तो नमाज नहीं होगी ।*_
_*📝सवाल न . 88 - कादए ऊला और कादए अखीरा किसे कहते हैं ?*_
_*✍जवाब - चार रक़ात वाली नमाज में दूसरी रकात पर अत्तहिय्यात पढ़ने के लिए बैठने को कादए ऊला और आखिर में बैठने को कादए आखिरा कहते हैं ।*_
_*📝सवाल न . 89 - अकेले नमाज पढ़ने वाले को क्या कहते हैं ?*_
_*✍जवाब - मुनफरिद ।*_
_*📮जारी रहेगा इन्शाअल्लाह.....*_
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मालूमात 2 (पोस्ट न. 14)*_
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_*📝सवाल न . 90 - फराइजे नमाज कितने हैं और क्या क्या हैं ?*_
_*✍जवाब - सात है*_
_*1: तकबीरे तह़रीमा*_
_*2: क़याम*_
_*3: किरात*_
_*4: रुकू*_
_*5: सजदा*_
_*6: कादए आखिरा*_
_*7: खुरूज बेसुनऐही ( नमाज़ की बनावट से निकलना )*_
_*📝सवाल न . 91 - रूकू से उठकर खड़े होने की हालत को क्या कहते हैं ?*_
_*✍जवाब - कौमा ।*_
_*📝सवाल न . 92 - दोनों सजदों के बाद अत्तहिइयात पढ़ने के लिए - बैठने को क्या कहते है ?*_
_*✍जवाब - तशह्हुद ।*_
_*📝सवाल न . 93 - वह कौन सी नमाज है जिसका पढना फर्जे - ए ऐन है मगर वह छूट जाए तो उसकी कजा पढ़ना हराम है ?*_
_*✍जवाब - नमाज - ए - जुमा ।*_
_*📝सवाल न . 94 : - किस नमाज में पिछली सफ में खड़ा होना अफजल है ?*_
_*✍जवाब : - जनाजे की नमाज में ।*_
_*📝सवाल न . 95 - वह कौन सा काम है जो दूसरे हज से अफजल है ?*_
_*✍जवाब - मुसलमानों के लिए मुसाफिरखाना बनाना दूसरे हज से अफजल है ।*_
_*📝सवाल न . 96 - जकात जाहिर करके देना मुस्तहब है मगर वह कौन सी सूरत है कि जकात छुपाकर देना मुस्तहब है ?*_
_*✍जवाब - जबकि माल की ज्यादती जाहिर होने से जालिमों का खौफ हो ?*_
_*📝सवाल न . 97 - तयम्मुम किन चीजों से टूट जाता है ?*_
_*✍जवाब - जिन चीजों से वुजू टूट जाता है उन चीजों से तयम्मुम भी टूठ जाता है । पानी पर कादिर होने से भी तयम्मुम जाता है ।*_
_*📝सवाल न . 98 - दोनों सजदों के दरमियान बैठने की हालत को क्या कहते है ?*_
_*📝जवाब - जलसा ।*_
_*📝सवाल न . 99 - खुतबे से पहले अजान का ऐहतमाम किसने किया ?*_
_*✍जवाब - हजरते उसमाने गनी रदियल्लाहु तआला अन्हु ने ।*_
_*📝सवाल न . 100 सबसे पहले जुमे की नमाज किस मस्जिद में हुई ?*_
_*✍जवाब - मस्जिदे कुबख में ।*_
_*📝सवाल न . 101 - सबसे पहली नाम निहाद मस्जिद जो इसलाम को नुकसान पहुंचाने के लिए बनाई गई उसका नाम बताईये ?*_
_*✍जवाब - मस्जिदे जर्रार ।*_
_*📮जारी रहेगा इन्शाअल्लाह.....*_
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मालूमात 2 (पोस्ट न. 15)*_
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_*📝सवाल न . 102 - तमाम नबियों ने हमारे हुजूर अलैहिस्सलाम की इकतिदा में नमाज कब और कहाँ पढ़ी ?*_
_*✍जवाब - शबे मेराज ( मेराज की रात ) बैतुल मुकद्दस में ।*_
_*📝सवाल न . 103 : - जंग - ए - मौता किस सन् हिजरी में हुई ?*_
_*✍जवाब - सन् आठ हिजरी में ।*_
_*📝सवाल न . 104 : - जग - ए - खन्दक का दूसरा नाम बताईये ?*_
_*✍जवाब : - जंग - ए - अहजाब ।*_
_*📝सवाल न . 105 - जिहाद की इजाजत कब मिली ?*_
_*✍जवाब - 12 सफर सन 2 हिजरी में ।*_
_*📝सवाल न . 106 - मुसलमानों का मुस्लिम नाम किस पैगम्बर के जमाने में रखा गया ?*_
_*✍जवाब - हजरते इब्राहीम अलैहिस्सलाम के जमाने में ।*_
_*📝सवाल न . 107 - सबसे पहले जन्नती लिबास किसको पहनाया जाएगा और क्यू ?*_
_*✍जवाब : - हजरते इब्राहीम अलैहिस्सलाम को और वह इसलिए कि जब नमरूद ने आपको आग में डाला तब आपके कपड़े उतार लिए गए थे ।*_
_*📝सवाल न . 108 - नमाजे खौफ का हुम कब नाजिल हुआ ?*_
_*✍जवाब - सन् पाँच हिजरी में ।*_
_*📝सवाल न . 109 - मुआहिदा हुदैबिया के फौरन बाद कौन सी सूरह नाजिल हुई ?*_
_*✍जवाब - सूरए फतह ।*_
_*📝सवाल न . 110 - मीरास के अहकाम कब नाजिल हुए ?*_
_*✍जवाब - सन् तीन हिजरी में ।*_
_*📝सवाल न . 111 - हुजूर - ए - अकरम की परदादी का असली नाम बताईये ?*_
_*✍जवाब - सलमा ।*_
_*📝सवाल न . 112 - हुजूर - ए - अकरम के दादा हजरते अब्दुल मुत्तलिब कहाँ पैदा हुए ?*_
_*✍जवाब - यसरब ( मदीनए शरीफ का पुराना नाम ) में ।*_
_*📝सवाल न . 113 - हजरते हाशिम का इन्तेकाल कितने साल की उम्र में और कहाँ हुआ ?*_
_*✍जवाब - पच्चीस साल की उम्र में , मकामे गज्जाह ( मुल्के शाम के रास्ते में ) पर हुआ था ।*_
_*📮जारी रहेगा इन्शाअल्लाह.....*_
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मालूमात 2 (पोस्ट न. 16)*_
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_*📝सवाल न . 114 : - हजरते फातिमा जहरा रदीयल्लाहु तआला अन्हा का विसाल हुजूर के विसाल के कितने माह बाद और कब हुआ ?*_
_*✍जवाब - हुजूर अलैहिस्सलाम के विसाल के छ : माह बाद तीन रमजान सन् ग्यारह हिजरी में ।*_
_*📝सवाल न . 115 : - फातिमा ज़हरा रदियल्लाहु तआला अन्हा की नमाजे जनाजा किसने पढाई ?*_
_*✍जवाब - हजरते अब्बास रदियल्लाहु तआला अन्हु ने ।*_
_*📝सवाल न . 116 : - हजरते फातिमा जहरा को कब्र में किसने उतारा ?*_
_*✍जवाब : - हजरते अली , हजरते अब्बास और हजरते फज्ल रदियल्लाहु तआला अन्हुम ने ।*_
_*📝सवाल न . 117 - सबसे पहले इस्लाम में किसकी मीरास ( वह माला जो मरने वाला छोड़ता है ) तकसीम की गई ?*_
_*✍जवाब : - हजरते साद बिन रबीअ् रदीयल्लाहु तआला अन्हु की ।*_
_*📝सवाल न . 118 – खतना के वक़्त हाजरत इब्राहीम अलैहिस्सलाम की उम्र कितनी थी ?*_
_*✍जवाब - अस्सी साल ।*_
_*📝सवाल न . 119 - जंग - ए - बदर की फतेह के बाद वहाँ कितने दिन कयाम फरमाया ?*_
_*✍जवाब - तीन दिन ।*_
_*📝सवाल न . 120 : - हजरत उमर की वालिदा का नाम क्या था ?*_
_*✍जवाब - खन्तुमा ।*_
_*📝सवाल न . 121 - उस शख्स का नाम बताईये जिससे हुजूर - ए अकरम में सबसे पहले मेराज का वाकिया बयान फरमाया ?*_
_*✍जवाब - हजरते उम्ने हानी रदियल्लाहु तआला अन्हा से ।*_
_*📝सवाल न . 122 : - जिस वक़्त हुजूर का विसाल हुआ तो उस वक़्त आपके पास कौन साहाबिया मौजूद थीं ?*_
_*✍जवाब - हुजूर की जोजा हजरते आइशा सिद्दीका रदियल्लाहु अन्हा ।*_
_*📝सवाल न . 123 : - हुजूर - ए - अकरम के दादा का लकब क्या था ?*_
_*✍जवाब - मुतइमुत्तैर ( परिन्दों को खिलाने वाला )*_
_*📝सवाल न . 124 - उम्मुल मोमिनीन हजरते उम्में हबीबा का असली नाम बताइये ?*_
_*✍जवाब - उनका असली नाम रमला था ।*_
_*📮जारी रहेगा इन्शाअल्लाह.....*_
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मालूमात 2 (पोस्ट न. 17)*_
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_*📝सवाल न . 125 - आपका खुतबए निकाह किसने पढ़ाया ?*_
_*✍जवाब - नजाशी के बादशाह ने ।*_
_*📝सवाल न . 126 - हुजूर - - अकरम ने सलातीन बादशाहों ) के नाम जो खुतूत भेजे उसमें इस्तेमाल की जाने वाली मुहर किस चीज़ की बनी हुई थी ?*_
_*✍जवाब - चांदी की ।*_
_*📝सवाल न . 127 - उस अंगूठी पर क्या लिखा हुआ था ?*_
_*✍जवाब : - " मुहम्मदुर्रसूलुल्लाह " लिखा हुआ था ।*_
_*📝सवाल न . 128 - जंग - ए बदर के जिन कैदियों ने फिदिया दिया था उनमें से एक कैदी ने फिदिये में वह कौन सी चीज दी थी जिसे देखकर हुजूर - ए - अकरम की आंखों में आंसू आ गए ?*_
_*✍जवाब - फिदिया देने वालों में हुजूर सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम के दामाद अबुल आस भी थे । उन्होंने फिदिये में वह हार दिया था जो हजरते खदीजा ने अपनी बेटी हजरते जैनब की शादी के वक़्त दिया था जब हुजूर की नज़र उस हार पर पड़ी तो हजरते ख़दीजा की याद आने पर आपकी आंखों में आंसू आ गए ?*_
_*📝सवाल न . 129 : - आपने अपने हयाते जाहिरी से पर्दा फरमाया तो उस वक़्त आप के जिस्म - ए - अकदस पर क्या - क्या लिबास थे ?*_
_*✍जवाब : - एक मोटा कम्बल और एक तहमन्द शरीफ था ।*_
_*📝सवाल न . 130 : - किस सूरत में जुहर की दो रकात सुन्नत को जुहर की दो रकात सुन्नत से पहले पढ़ना अफजल है ?*_
_*✍जवाब - जबकि जुहर की चार रकात सुन्नत फर्ज से पहले न पढ़ सका हो ।*_
_*📝सवाल न . 131 - मैदाने उहुद में वह कौन से सहाबी थे जो अकड़ते हुए और सर पर सुर्खं रूमाल बांधे हुए निकले थे और हुजूर सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने फरमाया था यह चाल खुदा को सख्त नापसन्द है लेकिन इस वक़्त पसन्द है ?*_
_*✍जवाब - हजरते अबू दुजाना रदियल्लाहु तआला अन्हु ।*_
_*📝सवाल न . 132 - जगे उहुद में वह कौन से सहाबी थे जिन्होंने अपने काफिर बाप से लड़ने की इजाजत मागी लेकिन हुजूर ने यह गवारा नहीं किया कि बेटा बाप पर तलवार उठाए ?*_
_*✍जवाब - हजरते हन्ज़ला रदियल्लाहु तआला अन्हु ।*_
_*📮जारी रहेगा इन्शाअल्लाह.....*_
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मालूमात 2 (पोस्ट न. 18)*_
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_*📝सवाल न . 133 - सन् हिजरी कब मुकर्रर हुई और क्यूँ ?*_
_*✍जवाब : - सन 21 हिजरी में - - - जब कहीं से खत आता था तो सिर्फ महीना लिखा होता था साल का पता नहीं चलता था ।*_
_*📝सवाल न . 134 - सन् हिजरी किसने राइज की और मशवरा किसने दीया ?*_
_*✍जवाब - हजरते उमर रदीयल्लाहु तआला अन्हु ने राइज की और हजरते अली ने मशवरा दिया ।*_
_*📝सवाल न . 135 - हजरते ख़दीजा के बाद सबसे पहले इस्लाम लाने वाली खातून का नाम बताईये ?*_
_*✍जवाब - हजरते उम्मे फज्ल जो कि रसूले अकरम की चची थी और हजरते अब्बास की बीवी थीं ।*_
_*📝सवाल न . 136 - जग - ए - बदर में काफिरों की तरफ से जो सबसे पहले लड़ने के लिए निकले उनके नाम बताइये ? और उनका अन्जाम क्या हआ ।*_
_*✍जवाब : - उतबा बिन रबीआ अपने भाई शीबा बिन रबीआ और अपने बेटे वलीद बिन उतबा के साथ । यह तीनों कत्ल किए गए ।*_
_*📝सवाल न . 137 : इन तीनों काफिरों के मुकाबले में इस्लामी लश्कर से कौन कौन निकले ? और इन्हें किसने कत्ल किया ?*_
_*✍जवाब - हजरते अमीर हम्जा , हजरते उबैदा बिन हारिस बिन अब्दुल मुत्तलिब , हजरते अली रदियल्लाहु तआला अन्हुम । उतबा को हज़रते अमीर हम्जा ने और बाकी को हजरते अली ने कत्ल किया ।*_
_*📝सवाल न . 138 . - मर्द गैर माजूर इमाम के लिए कितनी शर्ते है ?*_
_*✍जवाब - छः ।*_
_*( 1 ) इस्लाम*_
_*( 2 ) बुलूग*_
_*( 3 ) आकिल होना*_
_*( 4 ) मर्द होना*_
_*( 5 ) किरात*_
_*( 6 ) माजूर न होना ।*_
_*📝सवाल न . 139 - एक बच्चे के सिर्फ हाथ पैर पाए गए जिसको किसी जानवर ने खा लिया और यह पता नहीं लगता कि लड़का है या लड़की तो जनाजे में कौन सी दुआ पढ़ी जाएगी ?*_
_*✍जवाब - ऐसे बच्चे के जनाजे की नमाज नहीं होगी ।*_
_*📝सवाल न . 140 : - यह किस सहाबियां का रासूले अकरम के बारे में बयान है कि " खुदा की कसम आपके हाथ ने बैअत के लिए किसी औरत के हाथ को न छुआ सिर्फ कलाम ही से बैअत फरमा लेते थे ।*_
_*✍जवाब : - हजरते खदीजा रदियल्लाहु तआला अन्हु का ।*_
_*📝सवाल न . 141 : - हजरते अबू हुरैरा रदियल्लाहु तआला अन्हु को अबू हुरैरा क्यूँ कहा जाता है ?*_
_*✍जवाब : - हजरते अबू हुरैरा बिल्ली से प्यार करते थे इसलिए हुजूर ने आपको अबू हुरैरा कह कर पुकारा ।*_
_*📮जारी रहेगा इन्शाअल्लाह.....*_
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मालूमात 2 (पोस्ट न. 19)*_
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_*📝सवाल न . 142 : - हजरते अबू हुरैरा का असली नाम बताइय ?*_
_*✍जवाब - अब्दुर्रहमान ।*_
_*📝सवाल न . 143 - हजरते अबू बक्र सिद्दीक रदियल्लाहु तआला अन्हु ने । अपने गुस्ल के लिए वसियत अपनी बीवी हजरते असमा के लिए की थी मगर यह किस शख्स के लिए कहा था कि फलां हाथ बटाए और कब्र में आपको किसने उतारा ?*_
_*✍जवाब : - हाथ बटाने के लिए वसियत अब्दुर्रहमान बिन अबू बक्र के लिए की थी और हजरते उमर , हजरते तल्हा , हजरते उसमान । हजरते अब्दुर्रहमान बिन अबू बक्र ने कब्र में उतारा ( रदियल्लाहु तआला अन्हुम )*_
_*📝सवाल न . 144 - जंग - ए - खन्दक के मौके पर हज़रते जाबिर ने हुजूर से चुपके से अर्ज किया या रसूलल्लाह एक साअ आटे की रोटियाँ और एक बकरी के बच्चे का गोश्त मैने घर में तैयार कराया है । आप सिर्फ कुछ लोगों के साथ चल कर तनावुल ( खायें ) फरमायें । कितने सहाबा ने वह खाना खाया ?*_
_*✍जवाब - एक हजार सहाबा ने तनावुल फरमाया और खाना उतना ही बाकी था ।*_
_*📝सवाल न . 145 - " हक आ गया और बातिल मिट गया बेशक बातिल मिटने ही की चीज है । " ये अलफाज हजुर - ए - अकरम ने किस मौके पर अदा फरमाए ?*_
_*✍जवाब : - फतहे मक्का के मौके पर काबे के अन्दर दस्ते मुबारक में छडी लिए हुए और बुतों की तरफ इशारा करते हुए फरमाया था - जाअल हक वजाहकल बातिल इन्नल बातिला काना जहूका ।*_
_*📝सवाल न . 146 - मदीने के उन सबसे पहले बारह लोगों के नाम बताइये जिन्होंने मक्का आकर हुजूर से बैअत की और उनके बैअत करने को क्या कहा जाता है ?*_
_*✍जवाब - ( 1 ) अबू उमामा साद बिन जुरारा*_
_*( 2 ) साद बिन रबीअ*_
_*( 3 ) राफेअ बिन मालिक*_
_*( 4 ) अब्दुल्लाह बिन रवाहा*_
_*( 5 ) बर्रा बिन मारू*_
_*( 6 ) अब्दुल्ला बिन अम्र*_
_*( 7 ) साद बिन उबादा*_
_*( 8 ) मुन्जिर बिन उमर*_
_*( 9 ) उबादा बिन सामित*_
_*( 10 ) उसैद बिन हुजैर*_
_*( 11 ) अबुल हैशम बिन तैहान*_
_*( 12 ) साद बिन खेसम ।*_
_*📮जारी रहेगा इन्शाअल्लाह.....*_
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मालूमात 2 (पोस्ट न. 20)*_
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_*📝सवाल न . 147 : - वह खातून कौन थी जिनके बारे में अल्लाह तआला ने फरमाया कि तुम्हारे गजबनाक ( गुस्सा ) होने से अल्लाह तआला गजबनाक होता है और तुम्हारे राजी होने से अल्लाह राजी होता है ?*_
_*✍जवाब : - हजरते फतिमा रदियल्लाहु तआला अन्हा ।*_
_*📝सवाल न . 148 - हजरते उमर ने अपने खलीफा हो जाने के बाद किसको हज के लिए भेजा ?*_
_*✍जवाब - अब्दुर्रहमान बिन औफ ।*_
_*📝सवाल न . 149 - सबसे पहले अजान से मुताल्लिक अपना ख्वाब हुजूर - ए - अकरम को किसने बयान किया ?*_
_*✍जवाब : - हजरते अब्दुल्लाह इब्ने जैद ।*_
_*📝सवाल न . 150 : - सबसे ज्यादा हदीसे रिवायत करने वाले कौन हैं ?*_
_*✍जवाब - हजरते अब्दुर्रहमान रदियल्लाहु तआला अन्हु ।*_
_*📝सवाल न . 151 : - हजरते आइशा मक्का से मदीना शरीफ किसके साथ तशरीफ लाई ?*_
_*✍जवाब : अपने भाई हज़रते अब्दुल्लाह बिन अबू बक्र के साथ ।*_
_*📝सवाल न . 152 - हजरते अबू बक्र ने हजरते उमर को खलीफा मनोनीत करने से पहले सहाबा से पूछा कि तुम सब इस बात पर राजी हो ? तो हजरते अली ने क्या फरमाया ?*&
_*✍जवाब - अगर वह शख्स उमर नहीं है तो हम राजी नहीं हैं ।*_
_*📍नोट : - इस बात से शियाओं को नसीहत हासिल करना चाहिए . जिसमें हजरते अली हज़रते अबू बक्र की खिलाफत के बाद हजरते उमर की खिलाफत को तसलीम कर रहे हैं ।*_
_*📝सवाल न . 153 : - किस सन् हिजरी में हजरते उमर ने लोगों को जमाअत के साथ तरावीह की नमाज पढ़ाई ?*_
_*✍जवाब : - सन् चौदह हिजरी में ।*_
_*📮जारी रहेगा इन्शाअल्लाह.....*_
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मालूमात 2 (पोस्ट न. 21)*_
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_*📝सवाल न . 154 - हजरतै उसमाने गनी रदियल्लाह तआला अन्हु की शहादत के मौके पर हज़रते अबू हुरैरा अफसोस के साथ कहते थे कि लोगों को एक गम है , मुझको दो गम हैं तो उनको दो गम क्या थे ?*_
_*✍जवाब - पहला गम हजरते उसमान गनी की शहादत और दूसरा गम उनको उस थैली का था जो उनकी कमर से कट कर कहीं गिर गई थी क्यूकि उस थैली में रखी खजूरों को हुजूर ने दुआ फरमा दी इसलिए यह खजूरे कभी खत्म नहीं होती थीं ।*_
_*📝सवाल न . 155 - हजरत अली रदियल्लाहु तआला अन्हु हजरते उमर से 17 साल छोटे हैं और खिलाफत के मामले में भी चौथे नम्बर पर है लेकिन वह कौन सा रिश्ता है जिसमें हजरत अली का मरतबा हजरते उमर से बढ़ जाता है ?*_
_*✍जवाब - इसलिए कि आप हजरते उमर के सुसर थे ।*_
_*📝सवाल न . 156 - हजरते अबू बक्र रदीयल्लाहु तआला अन्हु की माँ का नाम बताईये ?*_
_*✍जवाब - हजरते उम्मुल खैर सलमा बिन्ते सरवर बिन आमिर ।*_
_*📝सवाल न . 157 - तखीईर और ईला किसे कहते हैं ?*_
_*✍जवाब - अगर शौहर अपनी बीवी को तलाक का और उसको निकाह में रहने न रहने का इख्तयार दें दें तो इसे तखीईर कहते है । ईला उसे कहते है कि शौहर अगर कसम खाए कि मैं अपनी बीवी से सोहबत नहीं करूंगा ।*_
_*📝सवाल न . 158 - कबीलए बनू नुजैर के मदीने से चले जाने के बाद जब उनके घरों की तलाशी ली गई तो क्या क्या सामान निकला और कितनी तादाद में ?*_
_*✍जवाब - पचास लोहे की टोपियाँ , पचास जिरहे और तीन सौ चालीस तलवारें ।*_
_*📝सवाल न . 159 - वह कौन से गरीब मुसलमान है जिसको हज के लिए कर्ज लेना जरूरी है ?*_
_*✍जवाब : - जो शख्स पहले मालदार था और उस पर हज फर्ज हुआ मगर उसने नहीं किया और माल को बर्बाद कर दिया ।*_
_*📮जारी रहेगा इन्शाअल्लाह.....*_
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मालूमात 2 (पोस्ट न. 22)*_
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_*📝सवाल न . 160 - जंगे बदर की फतह की खुशखबरी मदीने कौन लेकर गया ?*_
_*✍जवाब : जैद बिन हारिस रदियल्लाहु तआला अन्हु ।*_
_*📝सवाल न . 161 - हिन्द बिन्ते औफ के बारे में कहा जाता है कि रू - ए - जमीन पर दामादों के ऐतबार से उससे ज्यादा कोई . खुशकिस्मत नहीं तो उनके दामाद कौन कौन थे ?*_
_*✍जवाब : ( 1 ) मुहम्मदुर्रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम*_
_*( 2 ) हजरते अबू बक्र*_
_*( 3 ) हज़रते अली*_
_*( 4 ) हज़रते अमीर हम्जा*_
_*( 5 ) हज़रते अब्बास*_
_*( 6 ) हज़रते शद्दादजे अल हाद रदियल्लाहु तआला अन्हुम ।*_
_*📝सवाल न . 162 - सबसे पहले जमाअत के साथ नमाजे तरावीह पढ़ने का हुक्म किसने दिया ?*_
_*✍जवाब - हजरते उमर फारुके आजम रदियल्लाहु तआल ) अन्हु ने ।*_
_*📝सवाल न . 163 - अरबी साल जिल्हिज्जा खत्म और मुहर्रम से शुरू होता है इन महीनों में क्या मुनासिबत है हिजरत रबीउल अव्वल _ _ _ में हुई तो चाहिए था कि हिजरी सन् रबीउल अब्बल से शुरू हुआ करे ?*_
_*✍जवाब - इस्लाम की हर चीज़ की बुनियाद इबादत और कुर्बानी पर है चूंकि जिल्हिज्जा में हज़रते इब्राहीम अलैहिस्सलाम ने अपने बेटे की कुर्बानी पेश की और मुहर्रम में बहुत से पैगम्बरों ने कुर्बानियों पेश की इसी महीने में इमाम हुसैन की कुर्बानी पेश होने वाली थी इसलिए इस्लामी महीना कुर्बानी से शुरू और कुर्बानी पर खत्म होता है ।*_
_*📮जारी रहेगा इन्शाअल्लाह.....*_
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मालूमात 2 (पोस्ट न. 23)*_
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_*📝सवाल न . 165 - मुल्के शाम के शहरों पर हमले के लिए जो फौज हज़रते अबू बक्र रदियल्लाहु तआला अन्हु ने रवाना की थी उसका सिपेसालार किसे बनाया था नीज़ जो दस वसीयतें की थीं वह क्या क्या थी ?*_
_*✍जवाब - सिपहसालार यजीद बिन सुफयान को - - - - दस वसीयतें ये हैं*_
_*( 1 ) औरत*_
_*( 2 ) बच्चे*_
_*( 3 ) बूढ़े*_
_*( 4 ) अपाहिज शख्स को कत्ल न करना*_
_*( 5 ) किसी फलदार दरख्त को न काटना*_
_*( 6 ) बस्तियों को न उजाड़ना*_
_*( 7 ) बकिरयों और ऊँटों को सिवाए खाने के काम में लाने के मत मारना*_
_*( 8 ) खेतियों को बरबाद मत करना और न उनको जलाना*_
_*( 9 ) फजूलखर्ची से बचना*_
_*( 10 ) बुख्ल से ऐहतेराज़ करना*_
_*📝सवाल न . 166 - उस सहाबी का नाम बताइये जिन्हें हुजूरे अकरम ने तीन बार जन्नत की बशारत दी और मवाकेअ भी बताइये ?*_
_*✍जवाब : - हजरत उसमाने गनी रदियल्लाहु तआला अन्हु*_
_*( 1 ) जब उन्होंने मस्जिदे नबवी के इर्द गिर्द जमीन खरीद कर वक्फ कर दी
_*( 2 ) जब कुआ खरीद कर वक्फ किया
_"( 3 ) गजवए तबूक के मौके पर ।
_*📝सवाल न . 167 – वह कौन शख्स है जिसकी मौत पचास साल की उम्र में हुई उसके जनाजे में नाबालिग की दुआ पढ़ी जाएगी ?*_
_*✍जवाब - जो शख्स बालिग होने से पहले पागल हो गया और जिन्दगी भर पागल रहा कभी मुकल्लफ न हुआ ।*_
_*📝सवाल न . 168 – किस सूरत में नंगे सर नमाज पढ़ना वाजिब और किस सूरत में मुस्तहब और किस सूरत में कुफ्र हैं ?*_
_*✍जवाब : - मर्द को ऐहराम की हालत में नंगे सर नमाज पढ़ना वाजिब खुशू व खुजू की नियत से पढना मुस्तहब और जब कि नमाज की तहकीर मकसूद हो तो कुफ्र है ।*_
_*📝सवाल न . 169 - दो शख्स आवाज के साथ इस तरह रोए कि हुरूफ पैदा हुए जिसके सबब एक की नमाज फासिद हो गई और दूसरे की नहीं उसकी सूरत क्या है ?*_
_*✍जवाब : - एक शख्स दर्द और मुसीबत से रोया उसकी नमाज फासिद हो गई और दूसरा शख्स जन्नत या जहन्नम के जिक्र से रोया उसकी नमाज़ फ़ासिद नहीं हुई ।*_
_*📮जारी रहेगा इन्शाअल्लाह.....*_
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मालूमात 2 (पोस्ट न. 24)*_
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_*📝सवाल न . 170 : - वह कौन सा मुकतदी है कि जिसके सबब इमाम और मुक्तदी दोनों की नमाज फ़ासिद हो जाएगी ?*_
_*✍🏻जवाब : - कारी यानी इतनी किरात जानता हो जिससे नमाज़ जाएज हो जाए अगर वह उम्मी की इकतिदा करे यानी ऐसे शख्स की कि वह इतनी किरात न जानता हो कि जिससे नमाज जाएज हो जाए तो ऐसे मुकतदी की इकतिदा के सबब इमाम और मुकतंदी दोनों की नमाज़ फ़ासिद हो जाएगी ।*_
_*📝सवाल न . 171 : - फज्र की नमाज़ में दुआए कुनूत पढ़ना जाएज है उसकी सूरत क्या है ?*_
_*✍🏻जवाब : - जब कि बहुत बड़ा कोई हादसा पेश आए तो इस सूरत में फज्र की नामज़ में भी दुआए कुनूत पढ़ना जाएज है ।*_
_*📝सवाल न . 172 : - पांचों वक़्तो में से किसी एक वक़्त की नमाज़ कजा हो गई और गालिब गुमान भी किसी एक पर नहीं तो अब क्या करें ?*_
_*✍🏻जवाब : - उस दिन की पांचों वक़्तो की नमाज दोबारा पढे ।*_
_*📝सवाल न . 173 - मेराज शरीफ का तजकिरा किस किस पारे में है ?*_
_*✍🏻जवाब : - पन्द्रहवें पारे में और सत्ताइस्यें पारे में ।*_
_*📝सवाल न . 174 : - अजान राइज होने से पहले नमाजियों को जमा करने का क्या तरीका था ?*_
_*✍🏻जवाब - हजरते बिलाल रदियल्लाहु अन्हु बस्ती में घूम कर अस्सलातु जामेआ की सदा लगा कर लोगों को इकट्ठा किया करते थे ।*_
_*📝सवाल न . 175 – फज्र की नमाज में अस्सलातुखैरुम्मिनन नौम का इजाफा किसने किया ?*_
_*✍🏻जवाब - हजारते उमर रदियल्लाहु तआला अन्हु ।*_
_*📝सवाल न . 176 - गजवा और सरिय्या में क्या फर्क है ?*_
_*✍🏻जवाब - गजवा वह मार्का जिसमें हुजूर सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम शामिल रहे और सरिय्या यह मार्का है जिसमें हुजूर ब नफीस शामिल न रहे ।*_
_*📝सवाल न . 177 – हाबील का कत्ल काबील ने किस दिन किया ?*_
_*✍🏻जवाब - मंगल के दिन ।*_
_*📮जारी रहेगा इन्शाअल्लाह.....*_
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_*📝सवाल न . 170 : - वह कौन सा मुकतदी है कि जिसके सबब इमाम और मुक्तदी दोनों की नमाज फ़ासिद हो जाएगी ?*_
_*✍🏻जवाब : - कारी यानी इतनी किरात जानता हो जिससे नमाज़ जाएज हो जाए अगर वह उम्मी की इकतिदा करे यानी ऐसे शख्स की कि वह इतनी किरात न जानता हो कि जिससे नमाज जाएज हो जाए तो ऐसे मुकतदी की इकतिदा के सबब इमाम और मुकतंदी दोनों की नमाज़ फ़ासिद हो जाएगी ।*_
_*📝सवाल न . 171 : - फज्र की नमाज़ में दुआए कुनूत पढ़ना जाएज है उसकी सूरत क्या है ?*_
_*✍🏻जवाब : - जब कि बहुत बड़ा कोई हादसा पेश आए तो इस सूरत में फज्र की नामज़ में भी दुआए कुनूत पढ़ना जाएज है ।*_
_*📝सवाल न . 172 : - पांचों वक़्तो में से किसी एक वक़्त की नमाज़ कजा हो गई और गालिब गुमान भी किसी एक पर नहीं तो अब क्या करें ?*_
_*✍🏻जवाब : - उस दिन की पांचों वक़्तो की नमाज दोबारा पढे ।*_
_*📝सवाल न . 173 - मेराज शरीफ का तजकिरा किस किस पारे में है ?*_
_*✍🏻जवाब : - पन्द्रहवें पारे में और सत्ताइस्यें पारे में ।*_
_*📝सवाल न . 174 : - अजान राइज होने से पहले नमाजियों को जमा करने का क्या तरीका था ?*_
_*✍🏻जवाब - हजरते बिलाल रदियल्लाहु अन्हु बस्ती में घूम कर अस्सलातु जामेआ की सदा लगा कर लोगों को इकट्ठा किया करते थे ।*_
_*📝सवाल न . 175 – फज्र की नमाज में अस्सलातुखैरुम्मिनन नौम का इजाफा किसने किया ?*_
_*✍🏻जवाब - हजारते उमर रदियल्लाहु तआला अन्हु ।*_
_*📝सवाल न . 176 - गजवा और सरिय्या में क्या फर्क है ?*_
_*✍🏻जवाब - गजवा वह मार्का जिसमें हुजूर सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम शामिल रहे और सरिय्या यह मार्का है जिसमें हुजूर ब नफीस शामिल न रहे ।*_
_*📝सवाल न . 177 – हाबील का कत्ल काबील ने किस दिन किया ?*_
_*✍🏻जवाब - मंगल के दिन ।*_
_*📮जारी रहेगा इन्शाअल्लाह.....*_
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मालूमात 2 (पोस्ट न. 25)*_
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_*📝सवाल न . 178 - हिल्कुल फुजूल किसे कहते हैं और क्यूँ ?*_
_*✍जवाब - ऐलाने नुबुव्वत से पहले रोज रोज की लड़ाइयों से अरब के सैकड़ों घर बर्बाद हो गए तो उन लड़ाइयों को बन्द करने के लिए कुरैश के सरदारों में जो मुआहिदा हुआ उस मुआहिदे को हिल्कुल फुजूल कहते है उस मुआहिदे को हिल्फुल फुजूल कहने की बजह यह है कि कुरैश के इस मुआहिदे से पहले ही कबीलए जुरहम के सरदारों के दरमियान भी मुआहिदा हुआ था वह लोग जो इस मुआहिद के मुहर्रिक थे उनके नाम फज्ल थे इस लिए इस मुआहिदे का नाम हिलफुल फुजूल रखा ।*_
_*📝सवाल न . 179 - जन्नत और दोजख के दारोगा का नाम बताइये ?*_
_*✍जवाब - जन्नत के दरोगा का नाम रिजवान और जहन्नम के दारोगा का नाम मालिक है ।*_
_*📝सवाल न . 180 - कितने जानवर जन्नत में जायेंगे ?*_
_*✍जवाब - पाँच*_
_*👉( 1 ) अस्हाबे कहफ का कुत्ता ।*_
_*👉( 2 ) हज़रते इस्माईल अलैहिस्सलाम का मेंढा।*_
_*👉( 3 ) हजरत स्वालेह अलैहिस्सलाम की ऊँटनी।*_
_*👉( 4 ) हज़रते उजैर अलैहिस्सलाम का गधा ।*_
_*👉( 5 ) हुजूर अकरम अलेहिस्सलाम का बुराका ।*_
_*📝सवाल न . 181 - उन बुजुर्ग का नाम बताइये जिन्हें ख्वाब में हुजूरे अकरम सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने हिन्दुस्तान में नूरे इस्लाम फैलाने का हुक्म दिया ।*_
_*✍जवाब - हजरज ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती रदियल्लाहु तआला अन्हु ।*_
_*📝सवाल न . 182 – जगे मौता ने हजरते खालिद बिन वलीद रिदयल्लाहु तआला अन्हु के हाथ से कितनी तलवारें टूट कर गिरी ?*_
_*✍जवाब : - नौ तलवार ।*_
_*📮जारी रहेगा इन्शाअल्लाह.....*_
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मालूमात 2 (पोस्ट न. 26)*_
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_*📝सवाल न . 183 - जब सन् छ: हिजरीमै हुदैबिया के सुलहनामे में तहरीर किया जा चुका कि दस साल तक फरीकैन के बीच कोई जंग न होगी तो फिर आखिर ऐसा कौन सा सबब नमूदार हो गया कि सुलहनाने के दो ही साल बाद ताजदार दो आलम को हथियार उठाने की जरूरत पेश आई ?*_
_*✍जवाब - हुदैबिया के सुलहनामे में एक शर्त यह भी थी कि कबाइले अरब में से जो कुरैश के साथ मुआहिंदा करना चाहे वह कुरैश के साथ मुजाहिदा करे और जो हुजूरे अकरम के साथ मुआहिदा करना चाहे वह हुजूर से मुआहिदा करें । इसके पेशेनजर मक्के के करीब दो कबीले थे बनी बक़्र और बनी खुजाआ । बनी बक्र ने कुफ्फार कुरैश से और बनी खुजाआने हुजूरे अकरम से आपसी मदद का मुआहिदा कर लिया । इन दो कबीलों में अरों दराज से अदावत थी इसलिए कबीलए बनी बक्र ने बनी खुजाआ का कत्ले आम किया और कुरैश ने भी उनका साथ दिया । इस हादसे के बाद बनी खुजाआ के चालीस आदमी जो हुजूर के हलीफ बन चुके थे आपकी बारगाह में हाजिर हुए और अपने ऊपर कुफ्फारे कुरैश के जुल्म करने का जिक्र ब्यान क्या बनी खुजाआ पर हमला करना गोया सरकार पर हमला करने के बराबर था इसीलिए हुजूरे अकरम सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने बनी खुजाआ का साथ दिया और तलवार उठानी पड़ी ।*_
_*📝सवाल न . 184 - फतह मक्का के बाद हजरत अबू सुफियान क्या सोच रहे थे कि हुजूर सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने उनके सीने पर हाथ मारा ?*_
_*✍जवाब - अबू सुफयान ने दिल में कहा कि काश मैं फौज जमा करके दुबारा इनसे जंग करता जब हुजूर ने हाथ मारकर इरशाद फरमाया कि अगर तू ऐसा करेगा तो अल्लाह तआला तुझे जलील करेगा । दूसरी रिवायत यह है कि अबू सुफयान ने सोचा कि कौन सी ताकत इनके पास है जो ये हमेशा गालिब रहते हैं तब हुजूर ने सीने पर हाथ मारकर इरशाद फरमाया कि हम खुदा की ताकत गालिब हो जाते हैं ।*_
_*📍नोट : इस वाकिये से मालूम होता है कि हुजूरे अकरम सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम इल्मे गैब जानते हैं और लोगों के दिलों के हालात भी अल्लाह की अता से जान लिया करते हैं ।*_
_*📮जारी रहेगा इन्शाअल्लाह.....*_
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मालूमात 2 (पोस्ट न. 27)*_
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_*📝सवाल न . 185 : - सहाबा की एक जमाअत तीन दिन में कुरआन खत्म करती थी । हुफ्फाज़ और कुर्रा की इस्तेलाह में इसे क्या कहा जाता है ?*_
_*✍जवाब - मनाजिले फील ।*_
_*📝सवाल न , 186 - तौरेत . इंजील कौन सी जुबानों में नाजिल हुई ?*_
_*✍जवाब - तौरत सुरयानी जुबान में और इंजील इबरानी जुबान में ।*_
_*📝सवाल न . 187 - नमाजे जनाजा में कितने रूक्न है और वह क्या क्या है ?*_
_*✍जवाब - दो रूकन है ( 1 ) चार बार अल्लाहु अकबर कहना ( 2 ) कयाम ।*_
_*📝सवाल न . 188 - नमाजे जनाजा में कितनी चीजें सुन्नते मुअक्किदा है और वह क्या क्या हैं ?*_
_*✍जवाब : तीन ।*_
_*👉( 1 ) अल्लाह तआला की हम्द ओ सना शव।*_
_*👉( 2 ) नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम पर दुरूद ।*_
_*👉( 3 ) मय्यत के लिए दुआ ।*_
_*📍इस्लामी मालूमात हिस्सा अव्वल और हिस्सा दोम आप की दुआंओ से आज मुकम्मल पोस्ट हो गई है ।*_
_*🤲 तालिबे दुआं -ए- मग़फीरत एडमीन टीम*_
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